समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनोज यादव ने प्रेस वार्ता में लगाए गंभीर आरोप
- आखिर विधानसभा में अपनों के ही खिलाफ क्यों उठे मुद्दे, क्या संगठन एवं सरकार इन मुद्दों पर लेगी कोई बड़ा एक्शन
- क्या विपक्ष को चुनाव में मिलेगा इसका फायदा क्या विपक्ष इस मुद्दों को लेकर जनता के बीच में जाएगी
- *क्या वास्तव में मध्य प्रदेश में इस प्रकार के कार्य हो रहे हैं *
- क्या अवैध वसूली का मुद्दा लोकसभा में भी गुनगुनाएगा जाएगा
- परिवहन विभाग में मची खींचतान के पीछे, पूर्व एवं वर्तमान मंत्री के बीच अवेध कमाई पर वर्चस्व की जंग
भोपाल। समाजवादी पार्टी के मध्य प्रदेश अध्यक्ष मनोज यादव ने कहा कि इन अधिकारियों और इन नेताओं की भी जांच होनी चाहिए उन्होंने कहा हमेशा से विवादों में रहे परिवहन विभाग में पिछले कुछ समय से शांति छाइ हुई थी पर लगता है कि ये शांति अब भंग हो गई है और यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब पूर्व परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने विधानसभा में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिए मालथान में अवैध वसूली की शिकायत उठाई थी। इस मुद्दे को लेकर विधानसभा में चर्चा हुई और विभागीय गड़बड़ियों की जांच की मांग की गई।
सूत्र बताते हैं कि जिस मालथान चौकी की शिकायत भूपेंद्र सिंह ने की है वहां कुछ समय पूर्व ही एक महिला अधिकारी की नियुक्ति हुई है जिनसे जुड़ा एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था! जब ईन पर कार्यवाही की बात आई तो वर्तमान मंत्री के स्टाफ़ द्वारा कार्यवाही को रोका गया और अधिक जानकारी लेने पर ये बात सामने आ रही है कि परिवहन विभाग के कार्यों में वर्तमान परिवहन और स्कूल शिक्षा मंत्री के निजी सचिव (पीए) वीरेंद्र तिवारी द्वारा विभाग के कामकाज में अत्यधिक हस्तक्षेप किया जा रहा है जिस के कारण विभाग के भीतर निचले स्तर से लेकर उच्च स्तर तक असंतोष व्याप्त है। यह भी कहा जा रहा है कि विभाग के कई कर्मचारियों और अधिकारियों ने इस विषय में मुख्यमंत्री और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से शिकायत की है।
हाल ही के दिनों में लोकायुक्त एवं आयकर विभाग के छापों में पूर्व परिवहन आरक्षक सौरभ शर्मा के घर से करोड़ों रुपये की सम्पत्ति बरामद हुई, सूत्रों के अनुसार नयी सरकार में तिवारी के माध्यम से ही दोबारा घुसपैठ कर रहा था! इस मुद्दे पर विपक्ष भी लगातार हमलावर हो गया है कॉंग्रेस ने भी इस मुद्दे को लेकर न्यायालय में जाने का मन बना लिया है विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने भी पूरी जांच प्रक्रिया को लेकर सरकार पर निशाना साधा है।
इनका कहना
सौरभ शर्मा की माँ ने भी विभाग के लोगों पर आरोप लगाया है कि ज़ब्त गाड़ी का उपयोग विभाग के कामों में होता था! अब यह देखना होगा कि सरकार इस मुद्दे को कैसे हल करती है और क्या इस पर कोई ठोस कार्रवाई होती है।
सौरभ शर्मा की माँ