मध्यप्रदेशराज्य

युवाओं की आंखों में सपने, भुजाओं में ताकत, पैरों में होती है गति : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भोपाल : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि समाज और देश की दशा और दिशा बदलने में ऊर्जावान युवाओं का महत्वपूर्ण योगदान होता है। युवाओं के मजबूत हौंसले, इच्छाशक्ति, लगन और परिश्रम के बल पर ही देश सफलता की ऊंचाइयों को छूता है। युवा शक्ति भारत की सच्ची ताकत है और भारत ही विश्व में सबसे युवा देश है। दुनिया के विभिन्न देशों में भारतीय युवा सफलता प्राप्त कर देश का नाम रोशन कर रहें हैं। मध्यप्रदेश में युवाओं को शिक्षा के साथ सभी सेक्टरों में रोजगार के अवसर दिये जाने का काम वृहद स्तर पर हो रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बरतकतउल्लाह विश्वविद्यालय भोपाल में जन-कल्याण पर्व अंतर्गत आयोजित युवा संवाद कार्यक्रम में 45 संस्थानों के विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने स्व-रोजगार केन्द्रित युवा संवाद कार्यक्रम में कहा कि किसी भी देश और प्रदेश के भविष्य युवा ही होते है। मुख्यमंत्री ने युवाओं का उत्साह बढ़ाते हुए कहा‍कि युवाओं की आंखों में सपने, भुजाओं में ताकत और पैरों में गति होती है। उन्होंने कहा कि युवाओं की प्रतिभा और उनके कौशल को प्रदेश के विकास में पूरी तरह से उपयोग करने के साथ युवाओं के सपनों को साकार करने के लिये अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इन योजनाओं से युवा शक्ति को आत्म-निर्भर बनाने के साथ राज्य को समृद्ध करने का अभियान भी चलाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश लगातार शक्तिशाली बन रहा है। भारत अपने नागरिकों की सुरक्षा की चिंता करने की दृष्टि से आज अमेरिका और इजराइल के बाद विश्व की तीसरी शक्ति बन गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं और महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त करने के लिये विभिन्न पहल की हैं। लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं को 33 प्रतिशत आरक्षण देने का ऐतिहासिक निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी देश मातृ शक्ति के सशक्तिकरण से ही आगे बढ़ता है। यह हमारा सौभाग्य है कि पूरे विश्व में एकमात्र भारत ही ऐसा देश है जहां देश को माता की संज्ञा दी जाती है, इसीलिये हम बड़े गर्व से भारत माता का जयकारा लगाते है।

युवा अपने मताधिकार का उपयोग अवश्य करें

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने युवाओं से रू-ब-रू होते हुए उनके प्रत्येक प्रश्न का न केवल उत्तर दिया बल्कि मार्गदर्शक की भूमिका भी निभाई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने युवाओं से आहवान किया कि वे लोकतंत्र में सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने अपने मताधिकार का उपयोग अवश्य करें। सदैव याद रखें, वे ही भारत के असली भाग्यविधाता है।

छात्रा श्रद्धा के सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि यह सिर्फ भारत में ही संभव है जहां राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री जैसे दो सर्वोच्च पदों पर महिलाएं आसीन हो सकीं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश में जहां एक ओर महिलाओं को आत्म-निर्भर बनाने अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। वहीं दूसरी ओर सरकारी नौकरियों में महिला आरक्षण बढ़ाकर 35 प्रतिशत कर दिया गया हैं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव से संवाद में छात्रा चित्रांशी सक्सेना ने पढ़ाई के बाद अपना व्यवसाय शुरू करने की इच्छा जाहिर की। मुख्यमंत्री ने कहा कि महिला उद्यमिता को प्रोत्साहन देने के लिए मध्यप्रदेश सरकार की योजनाओं में हीं नहीं बल्कि प्रत्येक क्षेत्र में महिलाओं को प्राथमिकता दी जा रहीं है। इसके अतिरिक्त भी नारी सशक्तिकरण के लिये घरेलू महिलाओं को मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना और उज्ज्वला योजना से भी लाभान्वित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि स्थानीय उद्योगों में युवाओं को नौकरी दिलाने के लिये हम इंडस्ट्रीज को प्रति युवा 5 हजार रुपए प्रतिमाह दे रहे हैं।

जनकल्याण पर्व अंतर्गत आयोजित वृहद युवा संवाद में भोपाल के संस्थानों में शिक्षा प्राप्त कर रहे युवा शामिल हुए। प्रदेश सरकार के 10 विभागों ने प्रेजेंटेशन द्वारा आयोजन में उपस्थित युवाओं को विभागीय योजनाओं की जानकारी दी। इसके साथ ही बैंकर्स कमेटी ने युवाओं को उद्यमिता के लिए प्रदान किए जाने वाली ऋण योजनाओं के बारे में बताया। कार्यक्रम में वाल्वो, आयशर, ताज होटल संस्थान ने भी भागीदारी की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने युवा हितग्राहियों को विभिन्न कंपनियों के ऑफर-लेटर, कॉन्ट्रेक्ट और उद्यमिता ऋण सहायता वितरित की। उन्होंने मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में श्रीमती प्रीति विश्वकर्मा को 25 लाख रूपये का चेक प्रदान किया।

आयोजन में बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय भोपाल की ओर से डॉ. मोना पुरोहित को ‘डॉक्टर ऑफ लॉ’ की उपाधि प्रदान की। इस अवसर पर श्रम एवं युवा कल्याण, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, एमएसएमई मंत्री चैतन्य काश्यप, सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग, कौशल विकास एवं रोजगार राज्यमंत्री (स्वंतत्र प्रभार) गौतम टेटवाल, अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री (स्वंतत्र प्रभार) श्रीमती कृष्णा गौर, विश्व विश्वविद्यालय के कुलगुरू एस.के. जैन, अपर मुख्य सचिव अनुपम राजन और आयुक्त उच्च शिक्षा निशांत बरवड़े भी उपस्थित रहे। मंत्री पटेल ने अनगढ़ पत्थर को प्रतिमा बनाने के हुनर का उदाहरण देते हुए कौशल विकास का महत्व समझाया।

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